Saturday, June 19, 2010
दरभंगा संसदीय क्षेत्र: चार विधानसभा क्षेत्र खत्म और चार को मिला नया नाम
दरभंगा संसदीय क्षेत्र के भूगोल में भारी परिवर्तन हुआ है। दरभंगा जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों में चार विधानसभा क्षेत्र खत्म हो गए और उन्हें नया नाम मिला है। दरभंगा ग्रामीण पहले सुरक्षित क्षेत्र था,लेकिन अब यह सामान्य क्षेत्र बन गया है। दरभंगा संसदीय क्षेत्र के नए परिसीमन में ौड़ाबौराम,बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, दरभंगा और बहादुरपुर शामिल है। दरभंगा पुराने संसदीय क्षेत्र से हायाघाट और केवटी निकल गया। वैसे, दरभंगा जिले के दो विधानसभा क्षेत्र केवटी और जाले मधुबनी में और कुशेश्वरस्थान अजा व हायाघाट को समस्तीपुर में शामिल कर लिया गया है। बहेड़ा का नाम बदल कर गौड़ाबौराम हो गया है।ड्ढr ड्ढr मनीगाछी विधानसभा क्षेत्र भी नहीं रहा , यह प्रखंड दरभंगा ग्रामीण से जुड़ गया है। कुश्ेाश्वर स्थान अजा बन गया है। बहेड़ा -बहेड़ी विधानसभा खत्म हो गया। अली नगर और बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र बन गया। घनश्यामपुर विधानसभा क्षेत्र भी नहीं रहा और घनश्यामपुर ब्लाक अलीनगर में शामिल हो गया है तथा मनीगाछी का तारडीह प्रखंड भी अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में शामिल किया गया है। दरभंगा संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 1260 है। दरभंगा संसदीय सीट पर आगामी चुनाव में राजद के अली अशरफ फातमी और भाजपा के कीर्ति आजाद के मुकाबले की संभावना है। वैसे,भाजपा के विधान पाषर्द संजय झा भी उम्मीदवारी की दौड़ में हैं। 2004 के चुनाव में राजद के अली अशरफ फातमी ने भाजपा के कीर्ति आजाद को 143463 मतों से पराजित किया। श्री फातमी को 427672 मत मिले,ाबकि श्री आजाद को 228420मत मिले। दरभंगा जिले में 18 ब्लाक तथा 32पंचायतें हैं। जिले का क्षेत्रफल 227वर्ग किलोमीटर है। दरभंगा जिले की आबादी 32,है। इसमें 25,43,284 हिन्दू तथा 748,मुसलमान हैं। अनुसूचित जाति की आबादी 5,11,125 है। इस जिले की साक्षरता दर 44.32 प्रतिशत है और 60.05 आबादी गरीबी रखा के नीचे बसती है। दलित समुदाय में खेतिहर मजदूरों की तादाद 77.प्रतिशत से अधिक है। जिले की प्रति व्यक्ित आय 20 रुपए है। जिले के 70.3प्रतिशत लोगों के पास टेलीफोन, रडियो ,साइकिल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। शहरी आबादी सिर्फ 8.12 प्रतिशत है। दरभंगा जिले में 2.54 लाख हेक्टेयर भूक्षेत्र है,ािसमें 1.72 लाख हेक्टेयर में खेती होती है। जिले का 40.1प्रतिशत क्षेत्र सिंचित है। दरभंगा के ब्ैांकों में 154032 लाख रुपए जमा है,ाबकि ब्ैांकों ने सिर्फ 4017 लाख रुपए का ऋण लोगों को दिया है। दरभंगा मिथला क्षेत्र का प्राचीन शहर है। दरभंगा राज परिवार बिहार का सबसे बड़ा जमीन रखने वाला राज परिवार था। इस राज परिवार के संस्थापक महेश ठाकुर थे,ािनका मूल निवास खंडवा मध्यप्रदेश था। इसलिए यह वंश खण्डवला वंश के रूप में भी जाना जाता है। सम्राट अकबर ने महेश ठाकुर की विद्वता से प्रभावित होकर मिथिला की जमींदारी सौंप दी। इस राज परिवार की 14 वीं पीढ़ी में हुए क्षत्र सिंह को वारन हेस्टिंग्स ने महाराजा की उपाधि प्रदान की।ड्ढr ड्ढr दरभंगा में आजादी की लड़ाई में शामिल होने वाले नेताओं में रामनंदन मिश्र, सूर्यनारायण सिंह,अनिरूद्ध सिंह, हरिनाथ मिश्र, रामसेवक यादव, लक्षमण झा,सूर्यनंद ठाकुर , मुहम्मद सलीम, मौलबी अली, सत्यनारायण तिवारी, श्रीनारायण दास, जानकीनंदन सिंह जसे नेता शामिल थे। आजादी के बाद पहले संसदीय चुनाव से 1तक श्री नारायण दास, 1में सत्यनारायण सिन्हा,1विनोदानंद झा तथा उनके निधन के बाद 1े उप चुनाव में ललित नारायण मिश्र चुने गए। 1े चुनाव में जनता पार्टी की लहर में प्रो. सुरंद्र झा सुमन चुने गए थे। बाद के चुनावों में हरिनाथ मिश्र, विजय कुमार मिश्र, शकीलुर्रहमान, कीर्ति आजाद , अली अशरफ फातमी चुने जाते रहे हैं।
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