Tuesday, May 19, 2009

आर्थिक सुधारों को गति दी जाएः मनमोहन
कांग्रेस संसदीय दल द्वारा प्रधानमंत्री पद के लिए लगातार दूसरी बार अ©पचारिक रूप से नामित होने वाले मनमोहन सिंह ने आर्थिक सुधारों को गति देने की अपील करते हुए आज कहा कि भारत पूरब की विकास कर रही अर्थव्यवस्थाअ¨ं से पीछे रहने का जोखिम नहीं उठा सकता। डाॅ. सिंह ने कहा कि हम अब बस छोड़ने का जोखिम नहीं उठा सकते। उन्होंने संकेत किया कि एशिया के कई देश आगे बढ़ रहे हैं और विकास की गति का रुख पश्चिम से पूर्व की अ¨र मुड़ने का मंजर दुनिया देख रही है। संसद के केन्द्रीय कक्ष में आज सुबह कांग्रेस संसदीय दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक बार फिर महान लोकतंत्र के रूप में सिर उठाकर खड़ा है। लेकिन हमारे समक्ष कड़ी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रति जबरदस्त जनादेश जनता की बढ़ी हुई आकांक्षाअ¨ं के रूप में चुनौती साथ लेकर आया है। जनता अब चालू काम को बरदाश्त नहीं करेगी। सिंह ने कहा कि जनता हमसे नई ऊर्जा शक्ति की उम्मीद कर रही है। वह उम्मीद करती है कि सरकार उसकी आकांक्षाअ¨ं पर खरी उतरे। वह अधिक जिम्मेदार और कुशल सरकार चाहती है। उन्होंने कहा कि सतत विकास दर बनाए रखने के लिए नए निवेश की आवश्यकता है। इसके लिए ऐसा राजनीतिक एवं सामाजिक माहौल तैयार करना होगा जिसमें नया निवेश हो सके, इसके लिए अर्थव्यवस्था में सुधारों की आवश्यकता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है अ©र विकास की गति बनाए रखने के लिए अ©द्योगिक विकास की गति को भी तेज करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बचत अ©र निवेश दरों को ऊंचा रखना जरूरी है और वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के आलोक में अधिक वैश्विक प्रतिस्पर्धी बनना भी आवश्यक है। सिंह ने कहा कि यदि देश विकास की सतत गति बनाए रखता है तो गरीबी कम हो सकती है, रोजगार के नए अवसर सृजित हो सकते हैं, ग्रामीण विकास की गति तेज हो सकती है और औद्योगीकरण से जनता का जीवन बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय निर्णायक है। हम मजबूती से आगे बढ़ना है। उन्होंने राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों की अ¨र दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए उन्हें रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जनता ने हमें शानदार जनादेश दिया है। उसने सत्ता विरोधी फैशनेबल सिद्धांत को कूड़ेदान में डाल दिया है। लेकिन हमें संपूर्ण जनादेश अपने पक्ष में करने के लिए अ©र कड़ी मेहनत और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। यह हमारी पार्टी अ©र सरकार के लिए एक चुनौती है। उन्होंने सोनिया गांधी की नेतृत्व क्षमता और युवा नेता राहुल गांधी की कड़ी मेहनत को कांग्रेस की प्रभावशाली जीत की वजह बताते हुए दोनों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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